कविता :"मज़दूर "
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*"मज़दूर "*
मजदूर है हम ,कोई चोर नहीं |
मेहनत करते है ,पसीना भाते है |
एक वक्त का पेट भरने के लिए ,
पहाड़ो से टकराते है हम |
मजदूर है हम ,
किसी का छीनकर नह...
1 day ago
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