कविता:"मौसम "
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*"मौसम "*
सुनहरे मौसम ये बता रहा है ,
बारिश में भीगना जो आनंद है |
बादलों में चिड़ियों को उड़ना आजादी है ,
हवनों में इधर से उधर बात करना |
सुनहरे मौसम ये बता...
47 minutes ago
कार हमारी हमको भाती।। हिन्दीदिन पर इसको लाये। हम सब मन में थे हर्षाये।। आज तीसरा जन्मदिवस है। लेकिन अब भी जस की तस है।। यह सफर की सखी-सहेली। अब भी है ये नयी-नवेली।। साफ-सफाई इसकी करते। इसका ध्यान हमेशा धरते।। सड़कों पर चलती मतवाली। कभी न धोखा देने वाली।। सदा सँवारो सबका जीवन। चाहे जड़ हो या हो चेतन।। पूरे घर को तुम हो भायी। जन्मदिवस पर तुम्हें बधायी।। |
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