कविता : " गाँव की कुछ यादे "
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*" गाँव की कुछ यादे "*
सुबह की वह रोशनी।
मेरे घर के दरवाजे पर आती थी।
रोशनी आकर मुझे कुछ कहती थी।
साथ में मखमली सी हवा ,
मेरे मन को मोह लेती थी।
परित ख...
1 day ago