कविता : " आंधी के अवतार में "
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*"आंधी के अवतार में "*
कभी धीमी - धीमी रफ़्तार में ,
तो कभी आंधी के अवतार में ,
अरे! साहिल क्या रंग - रूप है तेरा ,
कभी शीतल मधुर लय - ताल में,
तो कभी गर्मी ...
10 hours ago
3 comments:
ghar baithe hi laga ki isme shamil ho gaye dhanyawad.[http://shalinikaushik2.blogspot.com]
agarwal.roshi@gmail.com,http://roshi-agarwal.blogs.co
बहुत सुन्दर...
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