कविता: "संघर्ष "
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* "संघर्ष "*
दो पल की छांव है ,
और दो पल की धूप है |
यह संघर्ष की सफर में ,
अनेक रूप है कई शुकून की लम्हे नहीं |
बस हर पल डर है और है नमी ,
यह संघर्ष की सफ...
12 hours ago
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