कविता:"दुनिया "
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*"दुनिया " *
अब अंत आ रहा है,
न जाने ये दुनिया किस ओर जा रहा है |
सारी चीजों को कर दिया बर्बाद ,
अब करते है इनको बचाने का फरियाद |
अब अंत आ रहा है,
सूरज क...
52 minutes ago
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1 comments:
शुभकामनाऐं ।
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