"क्या नेता जी सुभाष चन्द्र बोस हैं?" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
Saturday, August 18, 2012
आदरणीय ब्लॉगर मित्रों!
(चित्र नाज़-ए-हिन्द सुभाष - http://nazehindsubhash.blogspot.com/2010/08/blog-post.html से साभार)
18 अगस्त, 1945 को नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की विमान दुर्घटना में मृत्यु हुई थी?
यह तथ्य तो कुछ और ही बयान करते हैं-
1- ब्रिटिश पार्ल्यामेंट में मि. एटिली (तत्कालीन प्रधानमंत्री) ने 18 अगस्त, 1945 में कहा था कि उनका भारतीय नेताओं से समझौता हो चुका है कि नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के पकड़े जाने पर उन्हें ब्रिटिश सरकार के हवाले कर दिया जायेगा!
2- 1948 में मास्को में दार्शनिक सम्मेलन में भाग लेने गये (पूर्व राष्ट्रपति) भारत के प्रख्यात दार्शनिक सर्वपल्ली राधाकृष्णन की मुलाकात नेता जी सुभाष चन्द्र बोस से हुई थी!
3- नेता जी सुभाष चन्द्र बोस तिब्बत में एकनाथलाता के रूप में 1960 में रहे!
4- श्रीमती विजयलक्ष्मी पण्डित की मुलाकात 1948 में रूस में नेता जी सुभाष चन्द्र बोस से हुई थी! उस समय वे भारत की विदेश मंत्री थी! शांताक्रूज हवाई अड्डे पर उन्होंने यह घोषणा की थी कि वह भारतवासियों के लिए एक अच्छी खबर लाई हैं परन्तु नेहरू जी के दबाव में आकर उन्होंने जीवनभर अपनी जबान नहीं खोली!
5- नेता जी सुभाष चन्द्र बोस 1960 से 1970 तक शारदानन्द के रूप में प.बंगाल में शौलमारी आश्रम में रहे!
6- नेता जी 1964 में नेहरू जी की मत्यु के बाद उनके शव के साथ देखे गये थे!
27 मई 1964 ???
1944-45
7- नेता जी सुभाष चन्द्र बोस 1971 में काँग्रेस कार्यसमिति की बैठक में इन्दिरा जी के साथ देखे गये!
8- नेता जी सुभाष चन्द्र बोस गुमनामी बाबा के रूप में फैजाबाद में 1985 तक रहे!
9- तेरह मई,1962 को नेहरू जी ने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के बड़े बाई श्री सुरेशचन्द्र बोस को पत्र क्रमांक-704, पी.एम. / 62 में लिखा था कि हमारे पास नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु का कोई प्रमाण नही है!
10- कस्बा पूरनपुर जनपद-पीलीभीत में 15 फरवरी 2009 को भारतीय सुभाष सेना के संस्थापक परम पूज्य महान संत सम्राट सुभाष जी द्वारा यह घोषणा की गई थी कि वे ही नेता जी सुभाष चन्द्र बोस हैं!
नेता जी सुभाष चन्द्र बोस को सादर नमन!
10 comments:
नेता जी के बारे में सभी भ्रम सरकार को दूर करना ही चाहिए। नेता जी के बारे में आज तक साफ साफ बताया ही नहीं गया कि आखिर उनका हुआ क्या।
ये भ्रम इसलिए भी है कि आखिर नेताजी इतने दिनों तक चुप क्यों रहे..कैसा भी समझौता हो अगर वो सामने आ जाते तो जनता उन्हें हाथों हाथ लेती....ये मानना भी गलत होगा कि वो नेहरु के किसी समझौते या डर की वजह से चुप रहे..ये उनके स्वभाव से मेल नहीं खाता..। वैसे भी अब उनका जीवित होना तभी संभव है जब कोई चमत्कार हो.।
भारत माँ का यह सपूत बाद के दिनों में कहां और कैसे रहा ,यह जानना हमारा अधिकार है -
उनकी स्मृति को शतशः प्रमाम !
kuchh to varna pardaa kyon nahi uth rahaa. sarakaar jawaab de
फैजाबाद में -
गुमनामी बाबा की चर्चा आम थी-
भारत की जनता इस वीर जांबाज सपूत की असलियत जानना चाहती है सरकार चुप क्यूँ है यह जानना हमारा अधिकार बनता है हार्दिक आभार इस पोस्ट के लिए
इस जानकारी के लिये आभार !
विचारणीय है यह प्रश्न!
ये सच शायद ही कभी दुनिया के सामने आ पाए.
नेता जी के बारे में आज तक साफ साफ बताया ही नहीं गया कि आखिर उनका हुआ क्या..........जानने की उत्सुकता बनी हुई है
आपकी पोस्ट कल 23/8/2012 के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृपया पधारें
चर्चा - 980 :चर्चाकार-दिलबाग विर्क
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