कविता; "मुस्कुराती दुनिया"
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*"मुस्कुराती दुनिया"*
ये हस्ती हम्मारी जमीन, सुबह का का उगता सूरज,
खिलखिलाता सा आसमाँ ,
दिश बदलती हवाए चलती रहते है।
ऐसा लगता है किसी का सन्देश लाता है ये ...
1 day ago




1 comments:
शुभकामनाऐं ।
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