कविता: "खुशियो की लहर"
-
* "खुशियो की लहर" *
जगमगा रहे है गलियाँ और चौराहें,
हर तरफ है झालर के जाले ,
टिमटिमाते रहे है सारे।
जैसे टिमटिमाते जुगुनू सारे दिए में है खुशियाँ बाटते ,
...
11 hours ago





3 comments:
बेहद खूबशूरत अहसाह
वाह
Wonder full
Post a Comment