कविता:"दुनिया "
-
*"दुनिया " *
अब अंत आ रहा है,
न जाने ये दुनिया किस ओर जा रहा है |
सारी चीजों को कर दिया बर्बाद ,
अब करते है इनको बचाने का फरियाद |
अब अंत आ रहा है,
सूरज क...
56 minutes ago
© Blogger templates Newspaper II by Ourblogtemplates.com 2008
Back to TOP
2 comments:
नववर्ष 2014 सभी के लिये मंगलमय हो ,सुखकारी हो , आल्हादकारी हो
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ..
नए साल की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनायें!
Post a Comment