कविता:"दुनिया "
-
*"दुनिया " *
अब अंत आ रहा है,
न जाने ये दुनिया किस ओर जा रहा है |
सारी चीजों को कर दिया बर्बाद ,
अब करते है इनको बचाने का फरियाद |
अब अंत आ रहा है,
सूरज क...
29 minutes ago
© Blogger templates Newspaper II by Ourblogtemplates.com 2008
Back to TOP
2 comments:
बहुत बहुत बधाइयाँ ।
बधाई !
Post a Comment