कविता: "माँ का आँचल"
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*"माँ का आँचल"*
कभी पीछे छिप करता था ,
कभी डरकर भाग जाया करता था ,
भीड़ देखकर माँ के आँचल में छिप जाता था ,
थोड़ी सी उलझन में और डर की गुर्राहट से ,
शर्माते ...
9 hours ago
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