कविता: "रातो का राजा"
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*"रातो का राजा"*
रात में टिमटिमाते है तारे ,
वह दिखते है आसमान में बहुत सारे।
रात में आसमान को वो सजाते है।
और दिन में सूरज अपनी गर्मी से लोगो को बजाते है।...
1 day ago
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4 comments:
वाह बहुत सुंदर ।
अद्भुत एवं अनुपम प्रस्तुति ! अति सुन्दर !
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 25-9-2014 को चर्चा मंच पर चर्चा - 1747 में दिया गया है
आभार
जीवन की सुंदर प्रस्तुति।
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