कविता: "ठंडी"
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*"ठंडी" *
आ गया देखो सर्दी का मौशम,
सुबह सुबह मौशम लगता है औसम। 
चारो ओर कोहरा ढक लिया सबके ,
नहाने का मन नहीं करता, 
सुबह की वो अच्छी सी नींद खराब नहीं करना...
23 hours ago
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